Saturday 14 October 2017

अवैध बांग्लादेशियों को यूपी से खदेडने की तैयारी में योगी सरकार !


म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या से निपटने के लिए सख्ती बरती जा रही है। इसका असर भारत पर भी पडा है। देश में रोहिंग्या मुसलमानों को शरण दी जाए या नहीं इस पर चर्चाएं तेज हैं !
इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्षों पुरानी अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की समस्या को जड़ से निपटाने की तैयारी कर ली है। दरअसल उत्तर प्रदेश में लाखों अवैध बांग्लादेशियों के नाम बदलकर रहने की सूचना है। कय मामलों में कुछ बांग्लादेशी आतंकी गतिविधियों में भी लिप्त पाए गए हैं !
इसके बाद से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों खासकर अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ बडे अभियान की तैयारी तेज कर दी है। इसके तहत हर शहर में सर्वे किया जाएगा, उसके बाद एक्शन ​होगा !
दरअसल बुधवार को प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की समस्या से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों को हर जिले का सर्वे कराकर अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को प्रदेश से बाहर खदेडने की बात कही !
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में भी विशेष निगरानी के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध घुसपैठ रोकने के लिए सघन जांच अभियान चलाया जाए !
दरअसल उत्तर प्रदेश एटीएस ने पिछले दिनों देवबंद व कई जगहों से अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। इनकी संलिप्तता बांग्लादेश के आतंकी संगटन से पता चली थी !
जानकारी के अनुसार सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही लाखों बांग्लादेशियों के अपनी पहचान बदलकर रहने की सूचना है। इनमें सिर्फ लखनऊ में ही करीब ९० हजार बांग्लादेशियों के अवैध रूप से रहने की सूचना है !
स्त्रोत : न्यूज 18

Thursday 5 October 2017

रोहिंग्या मुस्लिमों को घुसपैठ कराने की फिराक में ३ देशद्रोही गिरफ्तार


प्रतिकात्मक चित्र
जागरण में अाए समाचार के अनुसार, रोहिंग्या मुस्लिमों को अवैध रूप से घुसपैठ कराने में मदद करने के आरोप में भारत-बांग्लादेश सीमा के निकट एक गांव से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है । सिपाहीजाला जिले के पुलिस अधीक्षक सुदीप्त दास ने मंगलवार को बताया कि, असम, त्रिपुरा पुलिस के अधिकारियों व बीएसएफ जवानों ने सोमवार रात नबादविप चंद्र नगर गांव में छापा मारा और सुमन चौधरी (३५), फारुक चौधरी (३२) तथा शाहजहां चौधरी (३८) को गिरफ्तार किया ।
गत १९ अगस्त को ६ रोहिंग्या मुस्लिमों को असम के करीमगंज से गिरफ्तार किया गया था । पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि, वे म्यांमार के रखाइन प्रांत के रहनेवाले हैं और बांग्लादेश में शरणार्थी बनकर रह रहे थे । उन्होंने घुसपैठ करानेवाले एक गिरोह की मदद से संवेदनशील सीमांत इलाके नबादविप चंद्र नगर के रास्ते भारत में प्रवेश किया । इस गिरोह में गिरफ्तार किए उक्त तीनों शामिल थे ।
यह समाचार पढकर ध्यान में आता है कि . . . 
१. भले ही भारत सरकार ने, रोहिग्याआें का भारत में रहना सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया हो परंतु यहां के देशद्रोहियों की इसकी कोर्इ चिंता नही है । इसलिए वो देश की सुरक्षा को अनदेखा कर रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में घुसपैठ करने के लिए मदत कर रहे है ।
२. बता दे कि, इसके पहले भी देश में रोहिंग्याआें को शरण मिले इस हेतु कुछ राजनेता तथा कुछ मुस्लिम लोगो ने भी सरकार पर दबाव डालने का प्रयास किया है । उनके समर्थन में मोर्चे निकाले है । अवैध रुप से रहनेवाले रोहिंग्याआें के पास से नकली पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटरकार्ड बरामद होने के भी कर्इ घटना सामने आ चुकी है ।
३. म्यांमार आर्मी के एक रिपोर्ट अनुसार, सेना को रखाइन राज्य में तलाशी के दौरान एक सामूहिक कब्रगाह मिली थी । इसमें ४५ हिन्दुओं के कंकाल बरामद हुए थे । आर्मी ने आरोप किया है कि, इन हिन्दुओं की हत्या रोहिंग्या मिलिटेंट्स ने की है ।
४. हाल ही में भारत में अल-कायदा के लिए रोहिंग्याआें को भर्ती करने के आरोप में ब्रिटेन के रहने वाले रहमान को देहली पुलिस के स्पेशल सेल गिरफ्तार किया था ।
५. इससे हम अंदाजा लगा सकते है कि, देश मे रोहिंग्याआें का रहना कितना खतरनाक है । भारत सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर करने का जो निर्णय लिया है, वह सराहनीय ही है । परंतु इसी के साथ अब भारत सरकार ने ठोस कदम उठाकर रोहिंग्याआें को देश में घुसने के लिए मदत करनेवालों पर तथा उनका समर्थन करनेवालों पर कडी कारवार्इ करनी चाहिए ।