Sunday 5 August 2012

जबतक बांग्लादेशी घुसपैठिए मुसलमान रहेंगे, तबतक आसाम शांत नहीं होगा ! – हिंदुओंकी प्रतिक्रिया


शुद्ध भाद्रपद कृ. ४, कलियुग वर्ष ५११४ 

हिंदुओ, बांग्लादेशी घुसपैठिए मुसलमानोंको भारतसे  बाहर खदेडनेके लिए हिंदु राष्ट्र स्थापित करें !

गौहत्ती – आसाममें हिंदुओंके नेता काम्पा बोरगियारने चेतावनी देते हुए कहा है कि बांग्लादेशी मुसलमान जबतक घुसपैठ  करते रहेंगे, तबतक हिंसा होती रहेगी । इन घुसपैठियोंका मुंबई से नई  देहलीतक कहीं भी विस्थापन किया जा सकता है । हमारे पास  केवल चार जनपद हैं । हम उन्हें यहां अतिक्रमण नहीं कर देंगे ।  आसामके दंगे रुक गए हैं, फिरभी इस बातकी निश्चिति नहीं कि पुनः हिंसाचार नहीं होगा; क्योंकि समस्यापर समाधान ढूंढनेका प्रयास होता हुआ नहीं दिखाई देता । (स्वतंत्रताके ६५ वर्षोमें कांग्रेसद्वारा देशकी किसी समस्यापर स्थायी  समाधान नहीं निकाला  गया है तथा न ही उस समस्याको नष्ट किया गया है । इसलिए देश आज अधोगतिके अंतिम चरण पर खडा है । यही स्थिति रही, तो भारतकी अवस्था ‘टायटॅनिक’ जहाजके समान होगी । इससे पूर्व ही हिंदुओंको छत्रपति शिवाजी महाराजके समान राष्ट्रप्रेमी एवं धर्मप्रेमी राजनेताओंका हिंदु राष्ट्र स्थापित करना अनिवार्य है ! – संपादक)

देशद्रोही कांगे्रसके कारण बांग्लादेशी घुसपैठिए मुसलमानोंको भारतकी नागरिकता  !

‘बोडो टेरिटोरियल काउन्सिल’ के क्षेत्रमें घुसपैठियोंके सूत्रपर गत १० वर्षोंमें ६ बार दंगे हुए हैं । इसका अर्थ प्रत्येक डेढ वर्षके उपरांत दंगा होता है । परिस्थिति अभी भी वैसी ही है । कांग्रेसी राजनेताओंद्वारा घुसपैठियोंको मतदाता परिचय पत्र, राशन कार्ड आदि नागरिकतासे संबंधित प्रपत्र प्राप्त करवाने हेतु सहायता की जाती है । उसके बदलेमें ये घुसपैठिए कांग्रेस पक्षको मतदान करते हैं । हिंदु नेताओंने इस बातपर खेद व्यक्त किया है कि आसाम राज्य देशके एक कोनेमें होनेके कारण  इस बातकी किसीको कोई चिंता नहीं है ।

घुसपैठियोंको खदेडना, यही आसाम समस्याका समाधान है !

हिंदु विधायक कमल सिंह नारजरीने प्रतिक्रिया व्यक्त करते  हुए कहा है कि ये घुसपैठिए जिस दिन इतनी भारी मात्रामें नई देहलीमें जाकर रहेंगे उस दिन हमें सबसे अधिक आनंद होगा ।’’ बोडोलैंड विद्यापीठके राजनीतिशास्त्रके प्राध्यापक जनीन मुशाहरीने कहा कि आसामकी समस्याका एकमात्र समाधान ‘‘घुसपैठियोंको खदेडना’’ है ।

सत्ताधीश हिंदु मंत्रियोंकी निष्क्रियता !

कमल सिंह नारजरीका ‘बोडो पीपल्स फ्रंट’ गत १० वर्षोंसे कांग्रेस शासनके सहकारी पक्षके रूपमें कार्य कर रहा है । फ्रंटके तीन विधायक मंत्री रह चुके  हैं । वर्ष २०११ में कांग्रेसको बहुमत मिला है, तथा  फ्रंटके एक विधायक चंदन ब्रह्मा सरकारमें पर्यटनमंत्री हैं । वे कारण बताते हुए कहते हैं कि ‘बोडो फ्रंट’ चलाना है ।  सरकारके विरोधमें जाकर यह काम करना असंभव है ।

नकली मतदाता !

दूसरी ओर जनगणना अधिकारियोंके सामने धक्कादायी बात आई है कि आसाममें रहनेवाले मूल नागरिकोंकी अपेक्षा मतदाताओंकी संख्या अधिक है । मतदाता केवल वयस्कर होते हैं; परंतु संख्या अत्यधिक बढगई है, इसका अर्थ है नकली  मतदाताओंकी संख्या अधिक है ।

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